शुक्रवार, 14 अक्तूबर 2011

कारवां चौथ विशष ..

कारवां चौथ विशष .....
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सुहागिनों, का श्रद्धा पर्व अनमोल, 
करवाँ, पूजन की , अनोखी चौथ,
भोर होते , वातावरण , कुछ,
अलग सा होत, 
कर सोलह श्रंगार , हाथ
मेहँदी, गल हार, पहन कंगन,  
बहके आंचल, महके आगन,
सब  सुहागिन, तज अन, जल, 
करत व्रत , अति कठोर ,
निज , सुहाग रहे , सलामत ,
आजीवन,
प्रभु, करे रक्षा , दर्शन करे ,
उसका   मार्ग , 
हाथ जोरी,
यही, विनती करत , बारम-बार,
प्रभु, सुन ले , 
सुहागिन की,
ये पुकार ..........

........यशपाल सिंह "एडवोकेट"

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