अगर तुम मेरे हो जाओ ,
तो...........
मुझे, किसी तमन्ना की,
दरकार ना रहे,
जिन्दगी यूँ अधूरी न रहे,
आपस में कोई दुरी न रहे ,
प्यार में कोई मज़बूरी न रहे,
खत्म हो जाये ,
ये जिन्दगी का अनजाना सफर,
मिल जाये मंजिल मुझे ,
अगर तुम मेरे हो जाओ ,
तो...........
मेरी,
कोई तलाश ,अधूरी न रहे ,
बीत, जाये ये उम्र बस,
प्यार की अठखेलिया में ,
यूँ ही रूठने मनाने में ,
तुम्हारे नाज उठने में,
खेलने और खाने में,
हंसने और हंसने में,
बच्चे खिलने में ,
अगर तुम मेरे हो जाओ ,
तो...........
मुझे,
इस जीवन की जरूरत न रहे!
....यशपाल सिंह "एडवोकेट"
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