मंगलवार, 11 अक्तूबर 2011

रिचार्ज हो रहा है .....


मित्रो ,
मुझे मेरे एक मित्र ने एक चुटकला मोबाईल पर सैंड किया , 
मैंने उस  चुटकले को कविता का रूप देने की कोशिश की है,
पता नही आप  लोगो को मेरी कविता पसंद आएगी या नही ,
अगर ,पसंद आये तो बताना जरुर - - - - - 

रिचार्ज हो रहा है .....

एक मित्र , दुसरे से,बोला 
देख ,तेरे घर में सांप निकला है ,
और तेरी बीवी . खा  रहा है ,
और एक तू है , जो चुपचाप ,
ये सब देखे  जा रहा है,

दूसरा बोला-
यार तू  मुर्ख है,
क्या, "रिचर्ज" का मतलब समझता है ,
जी हाँ , पहले ने कहा,
फिर तो तू जल्दी ही समझ जायेगा !
सुन,
त्योहारों का सीजन चल रहा  है ,
सांप का जहर कम पड़ गया  ,
होगा ,  इसलिए 
वह तो  मेरी बीवी को काट  ,
रिचार्ज होने आया है ,

पहला बोला-
अब देख, तेरी बीवी बेहोश हो रही है ,
दूसरा बोला-
"विक्नैश" का मतलब समझता है ,
तो सुन,
जब , कोई रक्तदान  करता है ,
या उससे आपात  में रक्त ,
ले  लिया  जाता है , तो 
कुछ देर के लिए , ऐसा मनुष्य 
"विक्नैश हो जाता है,
इसी प्रकार , 
सांप को जहर ,देकर मेरी बीवी 
अपने आपको ,
"विक्नैश" महसूस कर रही है,
और सुन,
कभी  -कभी ऐसा,
होता है की , तेज वोल्ट ,
के कारण, रिचार्ज हो रहा ,
डिवाइस ध्वस्त भी हो जाता है ,
मुझे तो अब सांप की बड़ी चिंता है,
वो रिचर्ज हो जायेगा ,
या फिर जान से जायेगा ..........
.........यशपाल सिंह "एडवोकेट"

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