मित्रो ,
मुझे मेरे एक मित्र ने एक चुटकला मोबाईल पर सैंड किया ,
मैंने उस चुटकले को कविता का रूप देने की कोशिश की है,
पता नही आप लोगो को मेरी कविता पसंद आएगी या नही ,
अगर ,पसंद आये तो बताना जरुर - - - - -
रिचार्ज हो रहा है .....
देख ,तेरे घर में सांप निकला है ,
और तेरी बीवी . खा रहा है ,
और एक तू है , जो चुपचाप ,
ये सब देखे जा रहा है,
दूसरा बोला-
यार तू मुर्ख है,
क्या, "रिचर्ज" का मतलब समझता है ,
जी हाँ , पहले ने कहा,
फिर तो तू जल्दी ही समझ जायेगा !
सुन,
त्योहारों का सीजन चल रहा है ,
सांप का जहर कम पड़ गया ,
होगा , इसलिए
वह तो मेरी बीवी को काट ,
रिचार्ज होने आया है ,
पहला बोला-
अब देख, तेरी बीवी बेहोश हो रही है ,
दूसरा बोला-
"विक्नैश" का मतलब समझता है ,
तो सुन,
जब , कोई रक्तदान करता है ,
या उससे आपात में रक्त ,
ले लिया जाता है , तो
कुछ देर के लिए , ऐसा मनुष्य
"विक्नैश हो जाता है,
इसी प्रकार ,
सांप को जहर ,देकर मेरी बीवी
अपने आपको ,
"विक्नैश" महसूस कर रही है,
और सुन,
कभी -कभी ऐसा,
होता है की , तेज वोल्ट ,
के कारण, रिचार्ज हो रहा ,
डिवाइस ध्वस्त भी हो जाता है ,
मुझे तो अब सांप की बड़ी चिंता है,
वो रिचर्ज हो जायेगा ,
या फिर जान से जायेगा ..........
.........यशपाल सिंह "एडवोकेट"
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