रोक लो, ...इन हवाओं को,
कहीं, .. तूफ़ान न बन जाये।
दरिया खुद में,... डुबोले किश्ती को,
कहीं, ...साहिल गवाह न बन जाये।
रोक लो, ...इन हवाओं को,
कहीं, .. तूफ़ान न बन जाये।
समा की चाहत में,...परवाना,
कहीं, जलकर बर्बाद न, हो जाये।
रोक लो, ...इन हवाओं को,
कहीं, ....तूफ़ान न बन जाये।
©... Yashpal singgh
16/2/2015
कहीं, .. तूफ़ान न बन जाये।
दरिया खुद में,... डुबोले किश्ती को,
कहीं, ...साहिल गवाह न बन जाये।
रोक लो, ...इन हवाओं को,
कहीं, .. तूफ़ान न बन जाये।
समा की चाहत में,...परवाना,
कहीं, जलकर बर्बाद न, हो जाये।
रोक लो, ...इन हवाओं को,
कहीं, ....तूफ़ान न बन जाये।
©... Yashpal singgh
16/2/2015
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