तुम, ....गर्मी के बहाने,
बांधकर, चेहरे पर कपड़ा,
होटो के काले तिल को,
यूँ, ही छिपाये रखना।....
काले, चश्मे के पीछे,
कातिल... नैनों को,
यूँ ही, छिपाये रखना।....
वरना, न जाने, कितने,
होंगे, जख्मी।
न जाने, कितने,
संसार के पार होंगे।...
••© Yashpal Singh
19-5-2015. 3:40pm
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