गुरुवार, 25 जून 2015

ये सुंदर शब्द कहाँ से लाते है।...

उनके सब्र का..... ...बाँध टूटा,
कल उन्होंने पूछ... ..ही लिया,
कि आप... .....लिखने के लिए,
ये सुंदर शब्द कहाँ से लाते है।....
मैंने,बड़े सहज़ ही जबाब दिया,
मैं शब्द कही से.. ..लाता नही,
तुम्हारी सुंदरता........ को देख,
खुद ही, जहन में....आ जाते हैं।....
©Yashpal Singh
21-6-2015 7:15am

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