शुक्रवार, 2 जनवरी 2015

नये, साल की, पहली बारिश...

नये, साल की, पहली बारिश...
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नये, साल की,
पहली बारिश।
रुमझम-रुमझम,
रिमझिम-रिमझिम।
चलो,
कुछ, सपने सजाते है..
भीगना, ..तो है,
पूरे, साल,
बारिश में,
अकेले-अकेले।
आज, हम..
दोनों,
साथ मिलकर,
भीग, जाते है।
चलो,
कुछ, सपने सजाते है..

....©Yashpal Singh "Advocate"
02/01/2015

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